हेलीकॉप्टर क्रैश की जांच शुरू, रायपुर पहुंचे डीजीसीए के डायरेक्टर और अधिकारी रायपुर। रायपुर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे की जांच के लिए डीजीसीए के डायरेक्टर और अधिकारी माना एयरपोर्ट में पहुंचे हैं। अधिकारी मलबे के पास जांच कर रहे हैं। इस दौरान एयरपोर्ट डायरेक्टर के प्रवीण जैन भी मौजूद थे। वहीं दोनों सीनियर पायलट के पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। पायलट गोपाल कृष्ण पांडा का अंतिम संस्कार आज दोपहर बाद राजकीय सम्मान के साथ देवेंद्र नगर स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा वहीं पायलट एसपी श्रीवास्तव अंतिम संस्कार कल दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली में क्या जाएगा इस दौरान एयरफोर्स के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे।बता दें कि राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में बीती रात एक हेलीकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग हुई है। इस हादसे में दो पायलट की मौत हो गई। इससे एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई। इस हेलीकॉप्टर में सीनियर पायलट एपी श्रीवास्तव और को-पायलट गोपालकृष्ण पांडा सवार थे। रात करीब 9 बजे लैंडिंग के दौरान जोर के धमाके के साथ हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही सीआइएसएफ और फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और अंदर फंसे दोनों पायलट को किसी तरह बाहर निकाला। एपी श्रीवास्तव और गोपालकृष्ण पांडा गंभीर रूप से घायल थे, जिन्हें फौरन रामकृष्ण केयर अस्पताल ले जाया गया। यहां डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि दुर्घटना के बाद हेलीकाप्टर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है
[5/13, 15:13] Rakesh H C: खरीदी के साथ ही जुड़ा विवादों से
अक्टूबर 2007 में खरीदा गया अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर अपनी खरीदी के साथ ही विवादों से जुड़ गया था। छत्तीसगढ़ की तत्कालीन भाजपा सरकार ने 65 लाख 70 हजार यूएस डॉलर की कीमत अदा करके इसे खरीदा था। सरकारी ऑडिट के दौरान राज्य के महालेखा परीक्षक ने इस खरीदी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर की खरीदी प्रक्रिया में एक मानक प्रारूप के लिए वैश्विक निविदा निकाली गई थी, जो कि सही नहीं थी।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था अगस्ता का मामला
यह बात भी चर्चा में रही कि झारखंड सरकार ने ऐसा ही हेलिकॉप्टर 55 लाख 91 हजार यूएस डॉलर में खरीदा था, तो रमन सरकार ने इसे अधिक कीमत पर क्यों खरीदा। विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गई थी। इधर यह भी जानना रोचक है कि पिछले साल विधानसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में जानकारी दी थी कि दिसम्बर 2018 से जनवरी 2021 तक AW-109 हेलिकॉप्टर के रखरखाव पर 14 करोड़ 65 लाख 15 हजार 41 रुपये खर्च किये गए थे। उन्होंने बताया था कि इस दरमियान छत्तीसगढ़ सरकार को किराये पर 43 बार हेलिकॉप्टर और 31 बार विमान लेना पड़ा था। जिससे 33 करोड़ 87 लाख 74 हजार 745 रुपये का खर्च आया था।
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