महाराष्ट्र में रोज तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से तीसरी लहर का गंभीर खतरा मंडराने लगा है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने ही आगाह किया है कि जनवरी के तीसरे सप्ताह तक महाराष्ट्र में सक्रिय केस की संख्या बढ़कर दो लाख तक पहुंच सकती है। उनका कहना है कि तीसरी लहर में यदि राज्य में 80 लाख कोरोना केस हुए और उसमें से एक फीसदी की भी मौत हुई तो कुल 80 हजार मौतें हो सकती हैं।
महाराष्ट्र के सभी कलेक्टरों को लिखे पत्र में व्यास ने सतर्क किया है कि कोरोना की तीसरी लहर हल्की होगी, इस भ्रम में ना रहें और टीकाकरण व बचाव के अन्य उपायों का पूरा पालन कराएं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सचिव ने पत्र में कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सोशल मीडिया में दी जा रही भ्रामक जानकारियों पर भरोसा न करें। यह अभी नहीं कहा जा सकता है कि कोरोना की तीसरी लहर हल्की होगी या इसके गंभीर परिणाम होंगे। सोशल मीडिया में आने वाली जानकारियों पर ध्यान केंद्रित देने के बजाय सुरक्षा, सतर्कता और टीकाकरण पर फोकस किया जाए।
उन्होंने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग के आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि अभी 70 फीसदी कोरोना संक्रमितों के शरीर में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट मौजूद है। विभिन्न जिलों में इनकी संख्या कम ज्यादा हो सकती है।
मुंबई के संक्रमण ने फिर डराया
उधर, मुंबई में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों ने फिर डराना शुरू कर दिया है। बीते 24 घंटे में मुंबई में कोरोना के 5,631 नए मामले मिले हैं। इनमें एक दिन में ही 35 फीसदी वृद्धि हुई है। शुक्रवार को मुंबई में पॉजिटिविटी रेट 11.86 फीसदी पर पहुंच गया। जबकि बुधवार को 4.84 फीसदी और गुरुवार को 7.91 फीसदी था। गनीमत यह है कि इन मरीजों में से 75 फीसदी में कोरोना का एक भी लक्षण नहीं है और सिर्फ 9 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। महाराष्ट्र में शुक्रवार को ओमिक्रॉन के चार मरीज मिले, हालांकि मुंबई में इसका एक भी मरीज नहीं मिला।
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